ख़्वाब थे टूटने के लिए
ख़्वाब थे टूटने के लिए
यार था रूठने के लिए
दिल लगाया फ़क़त दिलरुबा
इश्क़ में टूटने के लिए
दुःख में सब यार हैं लापता
थे मज़ा लूटने के लिए
उम्र तो कट गई अब खुदा
जान है छूटने के लिए
देखिए वृक्ष पे कलरव है फिर
कोंपलें फूटने के लिए
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कलरव—पंछियों के चहकने की आवाज
कोंपलें—वृक्ष की नई पत्तियाँ