क़बूल कर रहा हूँ
हमे भी है मोहब्ब्त सनम तुम से क़बूल कर रहा हूँ।
इश्क़ रंग में डूबकर दास्तां -ए- गज़ल लिख रहा हूँ।।
© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)
हमे भी है मोहब्ब्त सनम तुम से क़बूल कर रहा हूँ।
इश्क़ रंग में डूबकर दास्तां -ए- गज़ल लिख रहा हूँ।।
© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)