ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।
भज ले मन शिव न कोई सहाय।
शिव रहस्य को जो जन जाने।
शिव भक्त उसको जग माने।
शिव परिवार की देख विषमता,
जीने का मार्ग मिल जाय।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।।
शिव को प्यारी वृषभ सवारी,
शिवा सिंह पर शोभा न्यारी।
सिंह वृषभ का साथ होना,
मर्म समझ न आए।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।।
कार्तिकेय की मयूर सवारी,
गणपति मूषक वाहन चारी।
मूषक और मयूर भी वैरी,
कैसे मित्रता निभाय।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।
शिव के गले भुजंग विराजे,
मयूर तो सर्पो को खाते।
कैसी है अनसुलझी गुत्थी,
मिलजुल जीवन बिताए।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।
मृगछाला है शिव का गहना,
शिवा शोभा श्रृंगार प्रवीना।
प्रेम भाव में स्थित होकर,
अर्द्धनारीश्वर हो जाय।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।
शिव परिवार की प्रतिकूलता,
समन्वय से बनी अनुकूलता।
शिव परिवार की सीख जान,
जीवन सफल बनाएं।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।
शिव लीला का मर्म जान,
पूजन भजन का देती ज्ञान।
सुख समृद्धि ऐश्वर्य मिलता,
शिव शिवा जो मन बसाए।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।
कहां तक ढूंढे बेमिसालता,
शिव महिमा न जाने देवता।
असमर्थ जान बुद्धि विवेक को,
श्रृद्धा विश्वास से शीश नवाए।
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय।