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28 Apr 2022 · 1 min read

हौसलों की उड़ान।

हौसलों की उड़ान लेकर चलेंगे।
अब कोई भी आए हम ना रुकेंगे।।1।।

हमें बस मानवता का ख्याल है।
वरना शरीरों पर ये धड़ ना बचेंगे।।2।।

मत घोलो ये मजहब का जहर।
सीधे है इंसान कहीं घर ना बचेंगें।।3।।

तुम सियासत करके चल दिए।
हर जगह पे खून के धब्बे लगेगें।।4।।

जोशे जवानी का ये हिन्दुस्ता है।
लोग है समझदार अब ना लड़ेंगें।।5।।

सबने कसम खाई है ईश्वर की।
हम हिंदुस्तानी एक समान बनेंगें।।6।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

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