हे! मां शारदे आपका क्या कहना।
वीणावादिनी तेरा कहना।
वागेश्वरी तेरा कहना।
दुनिया में होंगी देवी कई।
मां हंसवाहिनी तुम्हारा क्या कहना।
सृष्टि की बुद्धिदात्री हो तुम।
मां शारदे तुम्हारा कहना।
दुनिया में देवी है हजारों है।
मां भारती तुम्हारा क्या कहना।
मां श्वेतपादमासना क्या कहना।
मां हंसा अंबुज तेरा क्या कहना।
दुनिया में होंगी देवी कई।
मां शारदे तुम्हारा क्या कहना।
सृष्टि की रचना की ब्रह्मा ने।
सब कुछ नीरस,शांत लाग्यो।
फिर नीर छिड़क कमंडल।
का मां सरस्वती को उत्पन्न कियो।
दुनिया में ज्ञान निधान तुम सा।
हे! मां तुम्हारा क्या कहना।
दुनिया में देवी हजारों है।
मां शारदे तेरा क्या कहना।
मां मैहरवाली तेरा क्या कहना।
सृष्टि को संगीत सार दिया।
हे! मां अपनी महिमा से जग को तार दिया।
है मां आपकी कुछ ऐसी महिमा।
जिसको ज्ञान जुबान दिया।
वही जग में पाते है गरिमा।
नृत्यकला का क्या कहना।
मां वीणा धुन क्या कहना।
दुनिया में होंगी देवी कई।
मां शारदे तुम्हारा क्या कहना।
RJ Anand Prajapati
14 son of maa saraswati