हुक़ूमत से सवाल
तुमने लूटा हमको
अच्छे दिनों का वादा करके
कहीं के ना रहे हम
तुम पर इतना भरोसा करके!
नींद गहरी हो गई कि
भोजन का जायका बढ़ गया
क्या मिल गया तुम्हें
आखिर हमसे धोखा करके!
Shekhar Chandra Mitra
तुमने लूटा हमको
अच्छे दिनों का वादा करके
कहीं के ना रहे हम
तुम पर इतना भरोसा करके!
नींद गहरी हो गई कि
भोजन का जायका बढ़ गया
क्या मिल गया तुम्हें
आखिर हमसे धोखा करके!
Shekhar Chandra Mitra