हिफाज़त
सुना है मैंने, पर ऐसा पाया नहीं,
तू देता है सबको एक समान …
तेरी इनायतें, देखता कौन है …
हिफाजत सब की करता है ..
चूक मुझसे हुई, मैंने तराशा नहीं.
तू तो मेरे पास ही था,खोया ही नहीं.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस
सुना है मैंने, पर ऐसा पाया नहीं,
तू देता है सबको एक समान …
तेरी इनायतें, देखता कौन है …
हिफाजत सब की करता है ..
चूक मुझसे हुई, मैंने तराशा नहीं.
तू तो मेरे पास ही था,खोया ही नहीं.
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस