हिन्दी दोहे- (बिषय-चक्र)- राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
हिन्दी दोहे :- चक्र
1
चक्र चले जब काल का,
दुख भी वो हर लेत।
अच्छे दिन भी आत है
खुशियां से भर देत।।
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2
चक्र सुदर्शन जो चला,
हो गये असुर ढेर।
संत ऋषि मुनि प्रसन्न हो,
मना रहे सब खैर।।
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© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक ‘आकांक्षा’पत्रिका
अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़
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