हिंदी भाषा हमारी आन बान शान…
आज गर्व का दिन है
यह महज भाषा नहीं
हिंदुस्तान का अभिमान है
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान है……
14 सितंबर 1949 से
हिंदी भारत की आधिकारिक भाषा है
संयुक्त राष्ट्र महासभा में
हिंदी का स्वर गूंज पहली बार है
सन 1953 से हर साल
14 सितंबर को हिंदी दिवस का
चल रहा अभियान है।
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान है….
10 जनवरी 1975 को नागपुर में
प्रथम हिंदी सम्मेलन वर्षगांठ मना
वर्णित प्रसंग पहली बार
वर्ष 2006 में स्वीकार हुआ
हिंदी भाषा हम सब का मान है।
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान है….
वर्ष के शुरुआत में 10 जनवरी को
मानते विश्व हिंदी दिवस
हिंदी सिखलाती करना
सबका सम्मान है।
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान है…
मूर्धन्य साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह
ने मिल साहित्यकारों के साथ
कर डाले अथक प्रयास
नेता राजनेता मंत्री प्रधानमंत्री
लगा दी सबके आगे गुहार
सफल हुआ संघर्ष उनका
उनके ही 50 में जन्मदिन पर
14 सितंबर को हिंदी को
मिल गए नए प्राण
उनको हमारा शत-शत प्रणाम।
हिंदी भाषा हमारी आन बान शान……..
हरमिंदर कौर
अमरोहा (यूपी )
मौलिक स्वरचित रचना