हास्यगीत – करियक्की
नजर न लागी कब्बो ओकरा
करिया चेहरा बा करिया बार
गमकउआ कउनो सेंट न चाही
ना चाही तनिको मेकप भंडार
ओकरा के स्माईल से चलत
दिलवा के धक् -धक् चक्की बा
इरीम किरीम छू मंतर कइले
हमार सुघर करियक्की बा
हँसे उजरका दाँत देखा के
दम -दम दमके दमयंती बा
हमरे जइसन गब्बर के आगे
उ ता -ता थईया बसंती बा
रिसियाले ते झाडू से पीटे
लागत तनि -तनि झक्की बा
इरीम किरीम छू मंतर कइले
हमार सुघर करियक्की बा
हैकल हुमेल देले ठेघुना से ठेल
बाकिर बतियावे बेलनवे से
पानी मांगी ते देले गारी
निकर जाले गरियावत समनवे से
खीस बरे मांथ में बडुए पर
दिलवा गदगद बड़ हप्पी बा
इरीम किरीम छू मंतर कइले
हमार सुघर करियक्की बा
बयूटी पार्लर के बड़की दुश्मन
लेप शास्त्र के प्रबल विरोधी
मह – मह इतर कबो न भावे
नाँव सुनें पर करे किरोधी
लकठा दाँते से बलभर कूँचे
पड़ड़ -पड़ड़ खात चिक्की बा
इरीम किरीम छू मंतर कइले
हमार सुघर करियक्की बा
-सिद्धार्थ गोरखपुरी