हर सेवा को बदनाम किया, भ्रष्ट और निठल्लों ने
बदनाम किया हर सेवा को, नाकारा और निठल्लों ने
बदनाम किया रिश्वत लेकर, लालची और दलालों ने
कुटिल भ्रष्ट बेईमान लोग, हर सेवा में आ जाते हैं
कर्तव्य निष्ठ ईमानदार मेहनती, बदनाम संग हो जाते हैं
बदनाम किया है तंत्र सरकारी, सरकारें बदनाम हुईं
लोक और जनसेवा में, जमकर बंदरबांट हुईं
इनकी नकारात्मक छवि से ,हर सेवा बदनाम हुईं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी