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4 Mar 2021 · 1 min read

हरियाणवी दोहे

खावैं सैं जिस देश का, काढै उसनै गाळ।
इसे निगोड़े दुष्ट का ,..मुँहडा दीजो बाळ।।

लगी खाण जिस खेत नै ,मुअी आप ही बाड़ ।
इसी आड़ नै बावळे,…..बेशक दियो उखाड़ ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 358 Views
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