** हम हिन्दू हैं ? **
हम हिन्दू हैं कहते सभी
इंसानियत की अहमियत नहीं
जाति है क्या इन्सां से बड़ी
इन्सां से बड़ी जाति क्या होगी
समझा नहीं यह मर्म कभी
कर्म सबसे पहले करते सभी ( शौच कर्म )
उसके बाद है कर्म सभी
फिर इंसान को इंसान ना समझना
इंसानियत की तोहीन ही तो है
हम हिन्दू हैं कहते सभी
इंसानियत की अहमियत नहीं
हिन्दू होना यदि पाप है तो
छोड़ो इसे सौ गुनाह मुआफ़ है
भुजाओं में ताकत हमारे भी है
दिमागों से आहत हम ही हुए हैं
मिटा देंगे नामोनिशान रूढ़ता का
भुजाऐं फड़कती हमारी भी है
मरना तो है इक रोज हमको
फिर मरे क्यो जीते जी हम यों
अहर्ताएं हम में भी बहुत है बतादो
कि हम किस बात में कम हैं
मिटा देंगे नामोनिशान जुल्म का हम
दिमाग़ हमारे पास भी सुर्ख है
देंगे नहीं यदि समता का दर्जा
त्याग देंगे ममता और मिटा देंगे
नामोनिशां द्विज ( दोगलों )का
हम हिन्दू हैं कहते सभी
इंसानियत की अहमियत नहीं ।।
मधुप बैरागी