हम सभी इंसान हैं!
मस्ज़िद में अगर
भजन ना हो सके!
मंदिर में अगर
ना हो सके अज़ान!
तो अल्लाह है
भला कैसा अल्लाह!
तो भगवान है
भला कैसा भगवान!
इतनी-सी बात
क्या वे नहीं समझते
जो करते रहते
बस हिंदू-मुसलमान!
मस्ज़िद में अगर
भजन ना हो सके!
मंदिर में अगर
ना हो सके अज़ान!
तो अल्लाह है
भला कैसा अल्लाह!
तो भगवान है
भला कैसा भगवान!
इतनी-सी बात
क्या वे नहीं समझते
जो करते रहते
बस हिंदू-मुसलमान!