हम सब है भारतवासी
हम सब है भारतवासी, भारतीय पहचान बताते है।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है।
जाती धर्म के उपनाम कैसे, अब भारतीय लगाते है।
आओ अब फिर से वतन खातिर जां बहाते है।।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है—–
भिन्न है पूजा स्थल हमारे, सबसे ऊपर देश है प्यारे ।
आओ शहीद समाधी को इबादत गाह बताते है ।।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है—-
क्षेत्र अलग न भिन्न स्थानी, हम है सिर्फ हिन्दुस्तानी।
आओ दिलो से छोटी छोटी दिवार ढहाते है ।।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है–
रंग भेद न भाषा भेद, बोली से न करे छेद ।
आओ जन गण मन को अधिनायक बनाते है ।।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है–
मेरे उसके कितने धाम, रखे जो अपने अपने नाम,
आओ अब सीमाओ को ही तीर्थ धाम बताते है ।।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है–
ईद क्रिसमस होली दीवाली, बात न हो बंटने वाली,
आओ अब आजादी पर्व ही त्यौहार बताते है।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है–
भिन्न झुंड में भिन्न झंडा, झंडो के नीचे ही डंडा,
आओ अब हम तिरंगें को ही शीश नवाते है ।।
आओ सब मिलकर हिंदुस्तान बनाते है–
(कवि -डॉ शिव लहरी )