*हम संसार चाहते हैं वो संसार से पार लगाना*
कब बिगड़ी है
दुनियां उसकी
जिसने इंसान से
बना के रखी
लोग केवल
ढोंग करते है
उस ईश्वर से
दोस्ती निभाने का
वह तो
हमेशा से
तत्पर है
हमें
गले
लगाने को
हमखुद ही
उससे
दूर भागते हैं
क्योंकि
हम
संसार चाहते हैं
वो
संसार से
पार लगाना।।
?मधुप बैरागी