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28 Jun 2024 · 1 min read

हम का करीं साहब

गज़ल
भइल खेती मगर नाहीं रसल हम का करीं साहब
इहाँ के मेड़ चरि जाला फसल हम का करीं साहब

मिले सुबहित न दाना एक नंबर काम कइला पर
दुनमरा काम ना हमरा धसल हम का करीं साहब

उहे कुर्सी सुखरिया घूस देके पा गइल बाटे
जवन कुर्सी रहे हमरे असल हम का करीं साहब

समय के फेर हs चलनी छिहत्तर छेद रखियोके
ठहाका मारि सूपा पर हँसल , हम का करीं साहब

बड़ी अरमान से अवधू पढ़वनी लाल हम आपन
उहो परदेश में जाके बसल हम का करीं साहब

अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर 9918854285
दिनांक 27-06-2024

Language: Bhojpuri
47 Views

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