हम का करीं साहब
गज़ल
भइल खेती मगर नाहीं रसल हम का करीं साहब
इहाँ के मेड़ चरि जाला फसल हम का करीं साहब
मिले सुबहित न दाना एक नंबर काम कइला पर
दुनमरा काम ना हमरा धसल हम का करीं साहब
उहे कुर्सी सुखरिया घूस देके पा गइल बाटे
जवन कुर्सी रहे हमरे असल हम का करीं साहब
समय के फेर हs चलनी छिहत्तर छेद रखियोके
ठहाका मारि सूपा पर हँसल , हम का करीं साहब
बड़ी अरमान से अवधू पढ़वनी लाल हम आपन
उहो परदेश में जाके बसल हम का करीं साहब
अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर 9918854285
दिनांक 27-06-2024