Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2022 · 1 min read

*हम आम जन (मुक्तक)*

हम आम जन (मुक्तक)
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
हमारे ठाठ मत पूछो, पराँठे घर में खाते हैं
हरी धनिए की चटनी, दाल में छौंका लगाते हैं
सड़क पर घूमते हैं दिन में, मस्ती में निडर होकर
हुई जब रात तो बेफिक्र, हम सोने को जाते हैं
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश) मोबाइल 99 97 61 5451

Language: Hindi
1 Like · 142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
Kailash singh
फिर भी तो बाकी है
फिर भी तो बाकी है
gurudeenverma198
संघर्ष हमारा जीतेगा,
संघर्ष हमारा जीतेगा,
Shweta Soni
उसने
उसने
Ranjana Verma
अतीत का गौरव गान
अतीत का गौरव गान
Shekhar Chandra Mitra
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
वो मुझ को
वो मुझ को "दिल" " ज़िगर" "जान" सब बोलती है मुर्शद
Vishal babu (vishu)
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
Ravi Yadav
मित्रता दिवस पर विशेष
मित्रता दिवस पर विशेष
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
हम सनातन वाले हैं
हम सनातन वाले हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
परी
परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम ने हम को जितने  भी  गम दिये।
तुम ने हम को जितने भी गम दिये।
Surinder blackpen
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
गुलदानों में आजकल,
गुलदानों में आजकल,
sushil sarna
सुनो
सुनो
पूर्वार्थ
2446.पूर्णिका
2446.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हँसी हम सजाएँ
हँसी हम सजाएँ
Dr. Sunita Singh
कमरछठ, हलषष्ठी
कमरछठ, हलषष्ठी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
■ जय हो।
■ जय हो।
*Author प्रणय प्रभात*
ओ मेरे गणपति महेश
ओ मेरे गणपति महेश
Swami Ganganiya
शर्म
शर्म
परमार प्रकाश
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इधर उधर न देख तू
इधर उधर न देख तू
Shivkumar Bilagrami
****प्राणप्रिया****
****प्राणप्रिया****
Awadhesh Kumar Singh
"अहसासों का समीकरण"
Dr. Kishan tandon kranti
औरत तेरी गाथा
औरत तेरी गाथा
विजय कुमार अग्रवाल
*किसी को राय शुभ देना भी आफत मोल लेना है (मुक्तक)*
*किसी को राय शुभ देना भी आफत मोल लेना है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...