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25 Aug 2022 · 1 min read

हमें क़िस्मत ने आज़माया है ।

हमें क़िस्मत ने आज़माया है ।
हमें ज़िंदगी ने कहां सताया है ।।

याद रक्खा नहीं, भुलाया है ।
दिल मेरा किस क़दर दुखाया है।।

लौट आओगे एक दिन तुम भी।
दिया उम्मीद का जलाया है ।।

बे’बसी इस क़दर रही दिल की ।
नाम लिख कर तेरा मिटाया है ।।

हमें क़िस्मत ने आज़माया है ।
हमें जिंदगी ने कहां सताया है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

YourQuote.in

Language: Hindi
7 Likes · 2 Comments · 294 Views
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