हमको समय बिलौना
फुरसत में होना भी अब
रोने जैसा ही रोना है
पास नहीं पोती-पोते
ये जीवन आधा-पौना है ।
पढ़े-लिखे बेटे बेटी
बने सुयोग्य, छोड़ घर भागे
मीलों दूर बसे जाकर के
मातु-पिता को बना अभागे ।
पारवारिक परिभाषा में
गहराया परिवर्तन भारी
सँयुक्त परिवार तोड़कर
भौतिक तंत्र हुआ गिरधारी ।
मिलजुल कर जीवनसाथी
जो सोचें , मार्ग सलौना है
वे अपना कर्तव्य निभाते
हमको समय बिलौना है ।