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16 May 2022 · 1 min read

हक़ीक़त सभी ख़्वाब

हक़ीक़त सभी ख़्वाब
होते कहां हैं ।
मौसम के जैसे हम
बदलते कहां हैं ।।
बिछड़े जो तुमसे
बिछड़ने ना देना ।
बिछड़ते हैं जो वो
मिलते कहां हैं ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 123 Views
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