Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2024 · 1 min read

स्तुति – गणपति

एक अबोध बालक
डॉ अरुण कुमार शास्त्री – दिल्ली

स्तुति – गणपति

देवा ओ देवा श्री गणपति देवा
रखना सबका ध्यान
दुखी न कोई जन हो जाए
देना ये वरदान

ऋद्धि सिद्धि के आप हो दाता
विकट स्थिति से सबको हो उबारते
मन मंदिर के मालिक स्वामी
सुख कर्ता विघ्न हर्ता
सबकी स्थिति सुधारते
आपके दर से खाली जाए
ऐसा हो तो प्रलय ही आए
आपके चरणों से मिलता है सबको ये संज्ञान
देवा ओ देवा श्री गणपति देवा
रखना सबका ध्यान।
दुखी न कोई जन हो जाए
देना ये वरदान
मेरे मालिक सबके मालिक
शिव शंकर है जिनके तात
स्तुति आपकी गाते हैं हम करना हे प्रभु कल्याण
महिमा आपकी अति निराली
छवि उस पर सबसे भोली भाली।
संकट से हो आप बचाते
देते आशीष महान
देवा ओ देवा श्री गणपति देवा
रखना सबका ख्याल
दुखी न कोई जन हो जाए
देना ये वरदान

46 Views
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

बाबा! बळ बुधि देवजौ, पट हिरदै रा खोल।
बाबा! बळ बुधि देवजौ, पट हिरदै रा खोल।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अ
*प्रणय*
वक्त बदलते ही चूर- चूर हो जाता है,
वक्त बदलते ही चूर- चूर हो जाता है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
VINOD CHAUHAN
पेड़ और चिरैया
पेड़ और चिरैया
Saraswati Bajpai
*जीवन-पथ पर चल रहे, लिए हाथ में हाथ (कुंडलिया)*
*जीवन-पथ पर चल रहे, लिए हाथ में हाथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ये कैसी विजयादशमी
ये कैसी विजयादशमी
Sudhir srivastava
ज़िंदगी  है  गीत  इसको  गुनगुनाना चाहिए
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
पटकथा
पटकथा
Mahender Singh
Maje me-Gajal
Maje me-Gajal
Dr Mukesh 'Aseemit'
विजेता
विजेता
Sanjay ' शून्य'
हो सके तो खुद के मित्र बनें शत्रु नहीं
हो सके तो खुद के मित्र बनें शत्रु नहीं
Sonam Puneet Dubey
वंचित है
वंचित है
surenderpal vaidya
मैं हूं ना
मैं हूं ना
Sunil Maheshwari
15🌸बस तू 🌸
15🌸बस तू 🌸
Mahima shukla
सहारा...
सहारा...
Naushaba Suriya
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
Shashi kala vyas
"ऐ मितवा"
Dr. Kishan tandon kranti
“एक कोशिश”
“एक कोशिश”
Neeraj kumar Soni
मैं तो अकर्मण्य हूँ
मैं तो अकर्मण्य हूँ
Varun Singh Gautam
वारिस हुई
वारिस हुई
Dinesh Kumar Gangwar
*कांटों की सेज*
*कांटों की सेज*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मुहब्बत भी इक जरूरत है ज़िंदगी की,
मुहब्बत भी इक जरूरत है ज़िंदगी की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4247.💐 *पूर्णिका* 💐
4247.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
Santosh Shrivastava
समय
समय
Annu Gurjar
राह तक रहे हैं नयना
राह तक रहे हैं नयना
Ashwani Kumar Jaiswal
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
अभी एक बोर्ड पर लिखा हुआ देखा...
अभी एक बोर्ड पर लिखा हुआ देखा...
पूर्वार्थ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
Loading...