Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Dec 2022 · 1 min read

सोच मे जब तर्क नहीं है

मन में रक्खें बैर की भावना ।
दुष्ट है वो, संत नहीं है ।।

सीमित रखिये विषय-वासना ।
इच्छाओं का अंत नहीं है ।।

व्यर्थ है फिर ज्ञान तुम्हारा ।
सोच में जब तर्क नहीं है।।

रिक्त है जो मानवता से ।
ईश्वर का वो भक्त नहीं है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
10 Likes · 126 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
प्रेम छिपाये ना छिपे
प्रेम छिपाये ना छिपे
शेखर सिंह
मैं तो महज आग हूँ
मैं तो महज आग हूँ
VINOD CHAUHAN
“मंच पर निस्तब्धता,
“मंच पर निस्तब्धता,
*Author प्रणय प्रभात*
3263.*पूर्णिका*
3263.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पश्चिम हावी हो गया,
पश्चिम हावी हो गया,
sushil sarna
सफलता का बीज
सफलता का बीज
Dr. Kishan tandon kranti
माफ करना मैडम हमें,
माफ करना मैडम हमें,
Dr. Man Mohan Krishna
जिंदगी है एक सफर,,
जिंदगी है एक सफर,,
Taj Mohammad
बदल डाला मुझको
बदल डाला मुझको
Dr fauzia Naseem shad
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
बूढ़ा बरगद का पेड़ बोला (मार्मिक कविता)
बूढ़ा बरगद का पेड़ बोला (मार्मिक कविता)
Dr. Kishan Karigar
आलता-महावर
आलता-महावर
Pakhi Jain
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
बाहर से खिलखिला कर हंसता हुआ
Ranjeet kumar patre
कोमल चितवन
कोमल चितवन
Vishnu Prasad 'panchotiya'
मैं और वो
मैं और वो
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
If I were the ocean,
If I were the ocean,
पूर्वार्थ
आज का चिंतन
आज का चिंतन
निशांत 'शीलराज'
💐प्रेम कौतुक-430💐
💐प्रेम कौतुक-430💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
Bhupendra Rawat
#चाकलेटडे
#चाकलेटडे
सत्य कुमार प्रेमी
প্রফুল্ল হৃদয় এবং হাস্যোজ্জ্বল চেহারা
প্রফুল্ল হৃদয় এবং হাস্যোজ্জ্বল চেহারা
Sakhawat Jisan
Maturity is not when we start observing , judging or critici
Maturity is not when we start observing , judging or critici
Leena Anand
दोस्ती
दोस्ती
Neeraj Agarwal
दिमाग नहीं बस तकल्लुफ चाहिए
दिमाग नहीं बस तकल्लुफ चाहिए
Pankaj Sen
*दादू के पत्र*
*दादू के पत्र*
Ravi Prakash
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
नहीं रखा अंदर कुछ भी दबा सा छुपा सा
Rekha Drolia
अवसाद
अवसाद
Dr Parveen Thakur
वर्षा जीवन-दायिनी, तप्त धरा की आस।
वर्षा जीवन-दायिनी, तप्त धरा की आस।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🙏
🙏
Neelam Sharma
Loading...