Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2021 · 1 min read

*सेवानिवृत्ति*

“सेवानिवृत्ति”

गुलामी की जंजीरों से हुए आजाद, आज;
छुपाएं होंगे आप, दिल में कितने ही राज।

अब कल से हर पल है, आपका ही अपना,
अब पूरे होंगे, आपके जीवन का हर सपना।

मन हो रहा होगा आज आपका, बहुत ही हल्का,
इंतजार होगी सदा, मुक्ति के इस सुनहरे पल का।

अब मिलेंगे आपको अपने, यार-दोस्त हजार;
सबके दिलों में होगा, आपके लिए सदा प्यार।

आप मत ही घबराना, विदाई के इस झूठी रस्मों से,
अपने को कभी मत देखना, सेवानिवृति के चश्मों से।

अब तो होगें आपके नई जिंदगी की शुरुआत,
सब अपने होंगे आपके, सदा ही आपके साथ।

अपने दिनचर्या को आप, यों ही सदा चलने देना;
निज दिल और मन को, अब जरा मचलने देना।

कोई नही अब आप पर,अपना रोब दिखाएंगे;
आप अपनी जिंदगी खुलकर सदा जी पाएंगे।

मगर अपने दशकों पुराने साथी को, यों ही न भूल जाना,
याद रखना उन्हें भी, और कभी इधर भी तशरीफ लाना।।

…………………और कभी इधर भी तशरीफ लाना…….✍️

……….✍️ पंकज “कर्ण”
………………कटिहार।।

Language: Hindi
8 Likes · 2 Comments · 868 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
Shubham Pandey (S P)
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
चारू कात देख दुनियां कें,सोचि रहल छी ठाड़ भेल !
DrLakshman Jha Parimal
हमने माना अभी अंधेरा है
हमने माना अभी अंधेरा है
Dr fauzia Naseem shad
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
जिंदगी की सांसे
जिंदगी की सांसे
Harminder Kaur
*नन्हीं सी गौरिया*
*नन्हीं सी गौरिया*
Shashi kala vyas
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
चंद्रयान 3 ‘आओ मिलकर जश्न मनाएं’
Author Dr. Neeru Mohan
कल बहुत कुछ सीखा गए
कल बहुत कुछ सीखा गए
Dushyant Kumar Patel
ये धोखेबाज लोग
ये धोखेबाज लोग
gurudeenverma198
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
*कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए (हिंदी गजल/गीतिका)*
*कुछ सजा खुद को सुनाना चाहिए (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
सत्यता और शुचिता पूर्वक अपने कर्तव्यों तथा दायित्वों का निर्
सत्यता और शुचिता पूर्वक अपने कर्तव्यों तथा दायित्वों का निर्
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
हकमारी
हकमारी
Shekhar Chandra Mitra
चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell....
चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell....
Jyoti Khari
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
बॉलीवुड का क्रैज़ी कमबैक रहा है यह साल - आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तेरी परवाह करते हुए ,
तेरी परवाह करते हुए ,
Buddha Prakash
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
2774. *पूर्णिका*
2774. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिव ताण्डव स्तोत्रम् का भावानुवाद
शिव ताण्डव स्तोत्रम् का भावानुवाद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जिद कहो या आदत क्या फर्क,
जिद कहो या आदत क्या फर्क,"रत्न"को
गुप्तरत्न
तुम मेरी
तुम मेरी
हिमांशु Kulshrestha
Magical world ☆☆☆
Magical world ☆☆☆
ASHISH KUMAR SINGH
#हास_परिहास
#हास_परिहास
*Author प्रणय प्रभात*
अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
अब और ढूंढने की ज़रूरत नहीं मुझे
Aadarsh Dubey
- अपनो का स्वार्थीपन -
- अपनो का स्वार्थीपन -
bharat gehlot
💐उनकी नज़र से दोस्ती कर ली💐
💐उनकी नज़र से दोस्ती कर ली💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
dream of change in society
dream of change in society
Desert fellow Rakesh
*जो कहता है कहने दो*
*जो कहता है कहने दो*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...