सृजन
सृजन की
अद्भुत शक्ति है ।
बार बार एक
नन्हे पौधे
को काट
रहा हूँ ।
दूसरी सुबह
फिर से ,
नव अंकुर
सीना ताने
निकल आता है ।
कहा भी तो
गया है कि
विध्वंश के पीछे
सृजन
खड़ा होता है ।
और मारने
वाले से बचाने
वाला
बड़ा होता है ।
सृजन की
अद्भुत शक्ति है ।
बार बार एक
नन्हे पौधे
को काट
रहा हूँ ।
दूसरी सुबह
फिर से ,
नव अंकुर
सीना ताने
निकल आता है ।
कहा भी तो
गया है कि
विध्वंश के पीछे
सृजन
खड़ा होता है ।
और मारने
वाले से बचाने
वाला
बड़ा होता है ।