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16 Jul 2020 · 1 min read

सूरमा ऐसा ना मिला कोई

सूरमा ऐसा ना मिला कोई
वक़्त को बाँध ना सका कोई

जो मिरा साथ छोड़ बैठे हैं
उनसे मुझको है ना गिला कोई

इश्क़ बरबाद कर गया जिनको
सामने उनके ना हँसा कोई

बाद तेरे भी कितने ही लोग थे
दूसरा तुमसा ना मिला कोई

2 Likes · 2 Comments · 192 Views
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