सुखी जीवन मंत्रा
आज व्यस्त समय में तुमको जीवन जीना आना चाहिए।
स्वस्थ रहने की खातिर सबको नियमित भोजन अपनाना चाहिए।।
ऋषि मुनियों ने कहा है भोजन व्यक्ति के जीवन का आधार है।
भोजन करना कैसे चाहिए इसके भी कई प्रकार हैं।।
दिन में एक बार करे भोजन वह योगी की पदवी पाता है।
और दो बार करे भोजन वह व्यक्ति खुद भोगी बन जाता है।।
जो बार बार करता है भोजन वह खुद को रोगी बनाता है।
इन तीन तरीकों में से जो भी पहला या दूसरा अपनाता है।।
वह रोटी तो कम खाता है दुगुनी सब्जियों को खा कर पचाता है।
खिलखिला के वह हँस पाता है और पानी की मात्रा बढ़ाता है।।
कहे विजय बिजनौरी कम खाओ और स्वस्थ रहो सब।
जीने के लिये खाना सीखो खाने के लिये जीना भूलोगे तब।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी।