सुःख-दुःख
दूर जाते हमसे सुःख
अच्छे हमको लगते दुःख
कल की सूरत क्या होगी
हम हवा का जाने रुख़
खूबसूरत दिल भी था
आज तक बस देखे मुख
है कसक अब भी बाक़ी
काश! फिर से लौटे सुःख
दूर जाते हमसे सुःख
अच्छे हमको लगते दुःख
कल की सूरत क्या होगी
हम हवा का जाने रुख़
खूबसूरत दिल भी था
आज तक बस देखे मुख
है कसक अब भी बाक़ी
काश! फिर से लौटे सुःख