Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2021 · 1 min read

सिस्टम से टक्कर लेने वाला शायर

दिल को बहलाने के बजाय
दिमाग़ को समझाने के लिए!
जालिब ने उठाई थी कलम
समाज को जगाने के लिए!!
वैसे वह बिल्कुल फ़कीर था
लेकिन उसका कमाल देखिए
उसकी एक नज़्म ही काफ़ी थी
तख़्तोताज को हिलाने के लिए!!
Shekhar Chandra Mitra
#CommunalPolitics
#इंकलाबीशायर

Language: Hindi
175 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
मजदूर हूँ साहेब
मजदूर हूँ साहेब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*** यार मार ने  कसर ना छोड़ी ****
*** यार मार ने कसर ना छोड़ी ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरी हर धड़कन तुम्हारी सांसों की विरासत है,
मेरी हर धड़कन तुम्हारी सांसों की विरासत है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
55…Munsarah musaddas matvii maksuuf
55…Munsarah musaddas matvii maksuuf
sushil yadav
पांव में
पांव में
surenderpal vaidya
4105.💐 *पूर्णिका* 💐
4105.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इलज़ाम
इलज़ाम
Lalni Bhardwaj
वात्सल्य भाव
वात्सल्य भाव
राकेश पाठक कठारा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
सत्य कुमार प्रेमी
युग प्रवर्तक नारी!
युग प्रवर्तक नारी!
कविता झा ‘गीत’
वृक्ष पुकार
वृक्ष पुकार
संजय कुमार संजू
साधना
साधना
Vandna Thakur
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
राज वीर शर्मा
दुर्घटनाओं के पीछे जन मानस में क्रांति हो...
दुर्घटनाओं के पीछे जन मानस में क्रांति हो...
SATPAL CHAUHAN
रूप श्रंगार
रूप श्रंगार
manjula chauhan
कब तलक निहारा करे
कब तलक निहारा करे
रवि कुमार सैनी 'यावि'
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
Rj Anand Prajapati
माँ
माँ
meenu yadav
भक्ति- निधि
भक्ति- निधि
Dr. Upasana Pandey
मैं तुम और हम
मैं तुम और हम
Ashwani Kumar Jaiswal
तुम ही हो
तुम ही हो
Arvina
मीनाबाजार
मीनाबाजार
Suraj Mehra
जब सब्र आ जाये तो....
जब सब्र आ जाये तो....
shabina. Naaz
हर मन को पावन कर जाओ
हर मन को पावन कर जाओ
डा गजैसिह कर्दम
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*प्यार का इज़हार*
*प्यार का इज़हार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आदमी ही आदमी से खौफ़ खाने लगे
आदमी ही आदमी से खौफ़ खाने लगे
Dr. Kishan Karigar
परिंदा हूं आसमां का
परिंदा हूं आसमां का
Praveen Sain
Loading...