सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
संगीन के साये में सारे खुदा परस्त हैं।
ये कैसी इबादत है ईदगाह में,
सड़के जाम हैं आम जनता पस्त हैं।
सतीश सृजन
सिपाहियों के दस्ता कर रहें गस्त हैं,
संगीन के साये में सारे खुदा परस्त हैं।
ये कैसी इबादत है ईदगाह में,
सड़के जाम हैं आम जनता पस्त हैं।
सतीश सृजन