सिद्धि
मन में थोड़ी सी लगन ,
पूर्ण पर विस्वास हो ।
शक्ति हो संघर्ष की और,
सीखने की आस हो ।।
पथ प्रदर्शक साथ में ,
और सतत अभ्यास हो ।
साधना का गर्व मन में ,
कला की भी प्यास हो ।।
प्राप्त होती सिद्धि तब ,
सु – दिशा में प्रयास हो ।
सुफल बरसे मेह सम ,
सुकृत मन मधुमास हो ।।