Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2021 · 1 min read

सावन की बारिश – डी के निवातिया

सावन की बारिश ने मुझे सताया बहुत है,
तेरी यादो ने अबकी दिल दुखाया बहुत है,
वैसे तो पहले भी कई दफ़ा तन्हा रहे, मगर
इस बार मुहब्बत ने मुझे रुलाया बहुत है !!

!
डी के निवातिया

Language: Hindi
3 Comments · 425 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Jeevan ka saar
Jeevan ka saar
Tushar Jagawat
💐प्रेम कौतुक-161💐
💐प्रेम कौतुक-161💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मीना
मीना
Shweta Soni
नमस्ते! रीति भारत की,
नमस्ते! रीति भारत की,
Neelam Sharma
परिवर्तन की राह पकड़ो ।
परिवर्तन की राह पकड़ो ।
Buddha Prakash
गाली भरी जिंदगी
गाली भरी जिंदगी
Dr MusafiR BaithA
चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को
चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को
Er. Sanjay Shrivastava
3286.*पूर्णिका*
3286.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
माँ
माँ
The_dk_poetry
आजकल स्याही से लिखा चीज भी,
आजकल स्याही से लिखा चीज भी,
Dr. Man Mohan Krishna
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
' जो मिलना है वह मिलना है '
' जो मिलना है वह मिलना है '
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन का सफर
जीवन का सफर
Sidhartha Mishra
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
VEDANTA PATEL
योग न ऐसो कर्म हमारा
योग न ऐसो कर्म हमारा
Dr.Pratibha Prakash
होली का त्यौहार
होली का त्यौहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक दिन का बचपन
एक दिन का बचपन
Kanchan Khanna
व्यंग्य एक अनुभाव है +रमेशराज
व्यंग्य एक अनुभाव है +रमेशराज
कवि रमेशराज
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
श्री राम भक्ति सरिता (दोहावली)
श्री राम भक्ति सरिता (दोहावली)
Vishnu Prasad 'panchotiya'
*अनगिन हुए देश में नेता, अलग मगर थे नेताजी (गीत)*
*अनगिन हुए देश में नेता, अलग मगर थे नेताजी (गीत)*
Ravi Prakash
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
जब तुम नहीं सुनोगे भैया
जब तुम नहीं सुनोगे भैया
DrLakshman Jha Parimal
हमनें ख़ामोश
हमनें ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
सेंसेक्स छुए नव शिखर,
सेंसेक्स छुए नव शिखर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
* जिन्दगी *
* जिन्दगी *
surenderpal vaidya
सिन्धु घाटी की लिपि : क्यों अंग्रेज़ और कम्युनिस्ट इतिहासकार
सिन्धु घाटी की लिपि : क्यों अंग्रेज़ और कम्युनिस्ट इतिहासकार
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
Loading...