*** साथ हमारे ईश्वर है ***
ये जीवन भँवर है
आशा और निराशा
इन दोनों के बीच का
भ्रमण पथ है
हम यह
कह सकते कि
हम आशावादी है
कब
तब्दिली
आ जाये इसमें
ये जीवन
तो नश्वर है
सदा सदा
साथ
हमारे ईश्वर है ।।
जहाँ वाद का
कोई स्थान
नहीं होता
अपवाद
जरूर होते हैं,
प्रतिवाद
नहीं होता ।।
?मधुप बैरागी