साथ हमको कभी तो तुम्हारा मिले
साथ हमको कभी तो तुम्हारा मिले
ज़िन्दगी को जरा सा सहारा मिले
गर न लाये ज़माना ये तूफ़ान तो
प्यार की कश्तियों को किनारा मिले
यूँ लगे खेलते बच्चों को देखकर
काश बचपन हमें फिर दुबारा मिले
प्यार को प्यार दें वो जरुरी नहीं
पर जरा तो उधर से इशारा मिले
टूट जायेगी नफरत की दिवार खुद
दिल से दिल’अर्चना’गर हमारा मिले
डॉ अर्चना गुप्ता