साँसों की रेल है
साँसों की रेल है
ज़िन्दगी खेल है
जीस्त बिन हथकड़ी
रिश्तों की जेल है
ज़िन्दगी मौत का
ही रहा मेल है
सच सुना अक्ल भी
बेचती तेल है
हर परीक्षा में क्यों
‘अर्चना’ फेल है
11-02-2018
डॉ अर्चना गुप्ता
साँसों की रेल है
ज़िन्दगी खेल है
जीस्त बिन हथकड़ी
रिश्तों की जेल है
ज़िन्दगी मौत का
ही रहा मेल है
सच सुना अक्ल भी
बेचती तेल है
हर परीक्षा में क्यों
‘अर्चना’ फेल है
11-02-2018
डॉ अर्चना गुप्ता