समर
जीवन बेकार ही सही,
धरा पर उधार ही सही,
वरक के गिरने से वृक्ष नही गिरा करते,
चक्रवातों से भूधर नही हिला करते !!
पिनाक न सही भुजा में बाण तो है,
रक्त न सही देह में प्राण तो है…
हार के भय से शूर नही झुक सकता है,
संघर्ष का समर नही कभी रुक सकता है !
मार्तंड