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11 Jun 2024 · 1 min read

समय के आ मुसीबत के…

समय के आ मुसीबत के न केहू चाल समझेला
फँसल मछरी के पीरा आरसी ना जाल समझेला
दया के भीख मत माँगबि कबो कवनो शिकारी से
न छलकत लोर ऊ देखे न दिल के हाल समझेला

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 10/06/2024
_________________________________________
*आरसी= बांस से बनल मछरी पकड़े वाला चौकोर पिंजरा

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