सब है आपके लिए
और भी तुमको क्या चाहिए ।
हमसे तो कह दो न ।
ताज भी मांगो तो भी दे दूं ।
बस हमसे शरारत कर लो न ।
मन है तो प्यासा देती दिलासा ।
क्यो न करो तुम हमसे खुलासा ।
क्या है दिलो मे उठते तेरे ।
कैसा है वो शरारा ।
हाजिर है तेरे सामने आसमां का सितारा ।
पूछता एक बार फिर से ।
पूछूँगा फिर न दोबारा ।
और भी तुमको क्या ।
हमसे तो कह दो न ।
कहती हो कंजूस मै हूं बना ।
आज न करना फिर तुम मना ।
सारे है वस्तु तेरे लिए ही ।
और हीरो का गहना ।
धन तुम कितना खर्च करोगी ।
कितना बिल पर्च भरोगी ।
मेरे लिए सब है आसान ।
मिलती है खुशी ।
देखु जब तुझको खुश है मेरी जान ।
कहती हूं मै जी ।
आज हूं मानी ।
तुम -सा पति न जहान मे ।
हरियाली है छायी लगता है जैसे ।
आज मेरे मन के खलिहान मे ।
और भी तुमको क्या चाहिए ।
हमसे तो कह दो न ।