सबका नपा-तुला है जीवन, सिर्फ नौकरी प्यारी( मुक्तक )
सबका नपा-तुला है जीवन, सिर्फ नौकरी प्यारी( मुक्तक )
….. ………………………………………….
सबका नपा-तुला है जीवन, सिर्फ नौकरी प्यारी
सबकी बड़े बंगलों महऀगी, कारों से है यारी
सबका जीवन इसी अर्थ में, है सुखमय धन ज्यादा
सबको लगता हुआ वन-गमन, मतलब बाजी हारी
———————————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर
मोबाइल 999 761 5451