सच में ईश्वर लगते पिता हमारें।।
देव तुल्य है पृथ्वी पे पिता हमारे।
हम जीवन जीते जिनके सहारे।।
उनको जीवन में नमन करे हम।
ऐसे ह्रदय के अच्छे पिता हमारे।।
सबके दुख हर लेते पिता हमारे।
प्यार से सबको है वह दुलराते।।
परिवार में सबको सदा हंसाते।
सच में ईश्वर लगते पिता हमारें।।
परिश्रम करके जब वो घर आते।
थकान ना चेहरे पर अपने लाते।।
बच्चों के संग में बच्चें बन जाते।
हर दृष्टि के प्यारे है पिता हमारे।।
घर की गाय उन्हें देख पुकारे।
उनके आगे प्रेम से वह रंभाये।।
इंसा जानवर सब उनको चाहे।
ऐसे प्यारे प्रेम पूर्ण पिता हमारेंं।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ