संशय का है संसार
संशय का है संसार,
दर्द मरहम का झूठा प्यार,
क्षणभर में बदनाम,
तीर-कटार वाणी-वार,
रो-रो कर हुआ बेहाल।
संशय का………।
तल में अंँधेरा,
जग में सवेरा,
भेदभाव में है लुटेरा,
अपनत्व का पिटा ढ़िढ़ोरा।
संशय का ………।।
##बुद्ध प्रकाश ;मौदहा ,हमीरपुर ।