Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2024 · 1 min read

श्री राम

जय श्री राम जय सुखधाम,कष्ट हरो सबके भगवान।
जग के कष्ट मिटाने को प्रभु ,धर मानव रूप धरा पर आए।
चैत्र शुक्ल प्रभु प्रगट हुए,दशरथ भूप के पुत्र कहाए।
धीर गंभीर पितु आज्ञा कारी, दर्शन से कृत कृत नर नारी
असुरों का संहार किया,मानवता का विस्तार किया।
जग में आकर के प्रभु ने,भक्तों का कल्याण किया।
राम नाम इस मनुज को जग में ,भव से पार लगाता है ।
मन में राम की मूरत बसाए,नर भाग्यशाली बन जाता है।
राम की महिमा का गुणगान,नित्य नियम से जो करता।
जीवन सफल सदा है उसका,जो प्रीत राम से है करता।
राम नाम से बैर करे जो,बड़ा अभागा होता है वो।
होता है अपयश का भागी,रहे सदा माया अनुरागी।
जीवन में भला यदि चाहे,राम चरण में प्रीत लगाए।
हनुमत राम चरण अनुरागी,जग में सदा रहे बडभागी।
राम के हृदय पाया बासा,सुमिरत जिनके दुख सब नासा।
राम प्रभु के काज संवारे,राम संग सदा बिराजे।
राम नाम गुन गानेबाला,हनुमत रहे सदा रखवाला।
राम नाम महिमा अति भारी,कही न जाय बुद्धि बिचारी।ए
राम नाम जग एक आधारा,दुखी जन का सदा सहारा।
____________________________________

स्वराचित एवम मौलिक
कंचन वर्मा शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश

119 Views

You may also like these posts

स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
Mansi Kadam
माँ
माँ
Ravi Prakash
॰॰॰॰॰॰*बाबुल का अँगना*॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰*बाबुल का अँगना*॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
Mai deewana ho hi gya
Mai deewana ho hi gya
Swami Ganganiya
हाइकु
हाइकु
Mukesh Kumar Rishi Verma
(कहानीकार)
(कहानीकार) "मुंशी प्रेमचंद"
Godambari Negi
■ शर्मनाक सच्चाई….
■ शर्मनाक सच्चाई….
*प्रणय*
झूठ बोल नहीं सकते हैं
झूठ बोल नहीं सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
रमेशराज की वर्णिक एवं लघु छंदों में 16 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
देवी महात्म्य प्रथम अंक
देवी महात्म्य प्रथम अंक
मधुसूदन गौतम
कलाकार
कलाकार
Sakhi
आप अपना
आप अपना
Dr fauzia Naseem shad
फिर पर्दा क्यूँ है?
फिर पर्दा क्यूँ है?
Pratibha Pandey
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
AE888
देख कर
देख कर
Santosh Shrivastava
यशस्वी भव
यशस्वी भव
मनोज कर्ण
तुम्हारा आना
तुम्हारा आना
Kanchan Advaita
*बिखरा सपना  संग संजोया*
*बिखरा सपना संग संजोया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मधुमाती होली
मधुमाती होली
C S Santoshi
सत्य की खोज
सत्य की खोज
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
তুমি শুধু আমায় একবার ভালোবাসো
তুমি শুধু আমায় একবার ভালোবাসো
Arghyadeep Chakraborty
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
जमाने की नजरों में ही रंजीश-ए-हालात है,
manjula chauhan
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
Kailash singh
लड़को यह जानने समझने के बाद बहुत आसानी होगी तुम्हे कि नदी हम
लड़को यह जानने समझने के बाद बहुत आसानी होगी तुम्हे कि नदी हम
पूर्वार्थ
Swami Vivekanand
Swami Vivekanand
Poonam Sharma
दिवाली है दीपों का पर्व ,
दिवाली है दीपों का पर्व ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*अपना सरगम दे जाना*
*अपना सरगम दे जाना*
Krishna Manshi
4745.*पूर्णिका*
4745.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पर्वत और गिलहरी...
पर्वत और गिलहरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...