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5 Aug 2024 · 1 min read

श्रंगार

अश्क आंखों से जो निकले कलेजा मुंह में आ गया।
तीर सा चुभ गया दिल में आंखों में अंधेरा छा गया।
तुमको नहीं देख सकता इस तरह से परेशान होते हुए।
अपनी परेशानियां मुझे दे दो मेरे सुख पर तुम्हारा दुख छा गया।
विपिन

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