श्रंगार
चांद से हसीन तुम्हारे चेहरे की चमक पर हमने दिल कुर्बान कर दिया।
फूल से अधरो को प्रेम से चुभलाते देख सांसों ने बहकना शुरू कर दिया।
नशे में डूबे नयनों ने शराब के सरुर से ज्यादा प्रेम का नशा गाफिल कर दिया।
रोम रोम ने तुम्हारे जो अंगड़ाई ली कलेजा हलक में आ कर अटक गया।
विपिन