Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

इश्क छुपाए कैसे हमे भी कोई तो समझाए।
हमारे तो बिना किए ही चर्चे आम हो जाते है।
इश्क कैसे करते है इसका नुस्खा तो कोई बताए।
हम तो हस के बात भी करलें बदनाम हो जाते है।
विपिन

1 Like · 43 Views

You may also like these posts

स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
चालाकी कहां मिलती है मुझे भी बता दो,
Shubham Pandey (S P)
फोन का ख़ास नम्बर
फोन का ख़ास नम्बर
Rekha khichi
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
ये ज़िंदगी डराती है, डरते नहीं हैं...
Ajit Kumar "Karn"
🙅आसक्तिकरण🙅
🙅आसक्तिकरण🙅
*प्रणय*
प्रेम का कोई रूप नहीं होता जब किसी की अनुभूति....
प्रेम का कोई रूप नहीं होता जब किसी की अनुभूति....
Ranjeet kumar patre
"गंगा माँ बड़ी पावनी"
Ekta chitrangini
15. *नाम बदला- जिंदगी बदली*
15. *नाम बदला- जिंदगी बदली*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
कविता __ ( मन की बात , हिंदी के साथ )
कविता __ ( मन की बात , हिंदी के साथ )
Neelofar Khan
महफिलों में अब वो बात नहीं
महफिलों में अब वो बात नहीं
Chitra Bisht
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
ड्राइवर,डाकिया,व्यापारी,नेता और पक्षियों को बहुत दूर तक के स
Rj Anand Prajapati
"कैद"
ओसमणी साहू 'ओश'
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
विषय-कृषक मजदूर होते जा रहे हैं।
Priya princess panwar
बस एक कहानी .....
बस एक कहानी .....
संजीवनी गुप्ता
कुछ रूबाइयाँ...
कुछ रूबाइयाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरी ज़िन्दगी
मेरी ज़िन्दगी
Shailendra Aseem
आज की शाम।
आज की शाम।
Dr. Jitendra Kumar
चुनौती
चुनौती
Ragini Kumari
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
*दृष्टि में बस गई, कैकई-मंथरा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सत्य कथन
सत्य कथन
Rambali Mishra
मुलाकात
मुलाकात
sheema anmol
नीम की झूमती डाल के पार
नीम की झूमती डाल के पार
Madhuri mahakash
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
गूंगा ज़माना बोल रहा है,
Bindesh kumar jha
आइसक्रीम के बहाने
आइसक्रीम के बहाने
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"हां, गिरके नई शुरुआत चाहता हूँ ll
पूर्वार्थ
लौटेगी ना फिर कभी,
लौटेगी ना फिर कभी,
sushil sarna
3968.💐 *पूर्णिका* 💐
3968.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
Phool gufran
" तेरा एहसान "
Dr Meenu Poonia
Loading...