शिक्षक दिवस और घी
शिक्षक दिवस के
सुअवसर पर
सभी गुरुजनों को
सादर नमन
कि जिनसे मैं
‘क’ से कहानी
लिखने की समझ,
तो ‘आ’ से आवारापंती
करने की धमक
विकसित हुई ।
विकसित तो
सिर्फ घी खाने से
हो गयी।
हाँ घी से
इतनी सारी
प्रॉब्लम हो गयी,
बाप रे….
कल भी
सर में दर्द
हो गयी थी !