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24 Sep 2022 · 1 min read

*शादी (कुंडलिया)*

शादी (कुंडलिया)

शादी से परिवार की, होती है शुरुआत
पति-पत्नी का शुभ मिलन, सात जन्म की बात
सात जन्म की बात, सुदृढ़ बढ़ती है धारा
दो बच्चों का योग, सदा कहलाता प्यारा
कहते रवि कविराय, बनो फिर दादा-दादी
पोते-पोती पाल, करो फिर उनकी शादी
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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