शर्मशार
नेता को सुनें
जहां लाखों लोग
विद्वान को सुनें
केवल दो-चार!
लानत भेजो
उस देश को
उस समाज को
भेजो धिक्कार!!
गुलामी की
आदत पड़ी
कई सदियों से
जिन लोगों को
उनके बीच में
अपने को पाकर
आज मैं हूं
निहायत शर्मशार!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीगीतकार