Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2022 · 1 min read

शराफत

सदाकत क्या है तेरी शराफत का बेनक़ाब हो गई
ऐसी जाने कितनी रिवायते मुहंदिम हुईं है
🖋️प्रबल 🖋️

Language: Urdu
Tag: Muktak
442 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*हम नदी के दो किनारे*
*हम नदी के दो किनारे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"हैसियत"
Dr. Kishan tandon kranti
*......इम्तहान बाकी है.....*
*......इम्तहान बाकी है.....*
Naushaba Suriya
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज रात कोजागरी....
आज रात कोजागरी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
नयी भोर का स्वप्न
नयी भोर का स्वप्न
Arti Bhadauria
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
मजदूर दिवस पर
मजदूर दिवस पर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
मैं ज़िंदगी के सफर मे बंजारा हो गया हूँ
Bhupendra Rawat
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
खुद से सिफारिश कर लेते हैं
Smriti Singh
ज़िंदगी का नशा
ज़िंदगी का नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हिंदी
हिंदी
Bodhisatva kastooriya
*जरा सोचो तो जादू की तरह होती हैं बरसातें (मुक्तक) *
*जरा सोचो तो जादू की तरह होती हैं बरसातें (मुक्तक) *
Ravi Prakash
इश्क खुदा का घर
इश्क खुदा का घर
Surinder blackpen
-- नफरत है तो है --
-- नफरत है तो है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
जीवन जितना
जीवन जितना
Dr fauzia Naseem shad
*चैतन्य एक आंतरिक ऊर्जा*
*चैतन्य एक आंतरिक ऊर्जा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पलकों की
पलकों की
हिमांशु Kulshrestha
दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया ।
दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया ।
Arvind trivedi
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
शहनाई की सिसकियां
शहनाई की सिसकियां
Shekhar Chandra Mitra
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Kabhi kabhi
Kabhi kabhi
Vandana maurya
■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी...
■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी...
*Author प्रणय प्रभात*
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
हमारे जीवन की सभी समस्याओं की वजह सिर्फ दो शब्द है:—
पूर्वार्थ
मजा आता है पीने में
मजा आता है पीने में
Basant Bhagawan Roy
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
गलतियां सुधारी जा सकती है,
गलतियां सुधारी जा सकती है,
Tarun Singh Pawar
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
Loading...