शब्द उनके बहुत नुकीले हैं
शब्द उनके बहुत नुकीले हैं
ज़ख़्म जिनसे हमारे छीले हैं
बात ऐसी लगी है इस दिल को
आज तक नैन अपने गीले हैं
डॉ अर्चना गुप्ता
शब्द उनके बहुत नुकीले हैं
ज़ख़्म जिनसे हमारे छीले हैं
बात ऐसी लगी है इस दिल को
आज तक नैन अपने गीले हैं
डॉ अर्चना गुप्ता